अब अपनी अनुपम सुंदरता से शहरवासियों का मन मोह लेगा 650 साल पुराना कंकाली तालाब

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
रायपुर : रायपुर शहर में घनी आबादी के बीच स्थित 650 साल पुराना कंकाली तालाब अब अपनी अनुपम सुंदरता से शहरवासियों का मन मोह लेगा। रायपुर नगर निगम (आरएमसी) ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की राज्य की ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और संरक्षण की नीति के अनुरूप इस तालाब का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण किया है। बघेल नेभेंट-मुलाकात अभियान के दौरान 1.34 करोड़ रुपये के तालाब के सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण किया।
कंकाली तालाब में 350 वर्ग मीटर के धौलपुर लाल पत्थर से सौंदर्यीकरण किया गया है। मोहरे और फ्लड लाइट से जगमगाते इन पत्थरों की खूबसूरती तालाब को नई पहचान दे रही है। तालाब में 28 बड़े खंभों पर लाइटिंग भी की गई है। घाटों और सीढ़ियों का रखरखाव और रंग रोगन का काम भी किया गया है। साथ ही तालाब के चारों तरफ लगभग 400 मीटर तक स्टेनलेस स्टील की रेलिंग लगाई गई है।
मां कंकाली मंदिर लगभग 650 साल पुराना है। प्राचीन काल में तालाब की खुदाई के दौरान नर कंकाल मिलने के कारण इसका नाम कंकाली मंदिर पड़ा। महंत कृपाल गिरि जी ने मां कंकाली की आज्ञानुसार इस मंदिर की स्थापना की थी। मंदिर ने तपस्वियों के ध्यान के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य किया है, और यह माना जाता है कि तालाब में स्नान करने से त्वचा रोग, खुजली और एलर्जी ठीक हो जाती है। कंकाली मठ, जहां नागा तपस्वी मां कंकाली की पूजा करते थे, मंदिर के पास स्थित है और केवल दशहरे के दिन साल में एक बार खुलता है। मेयर एजाज ढेबर समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।